Saturday, December 6, 2025
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धनतेरस कब है? जान लें सही तारीख, खरीदारी मुहूर्त, लक्ष्मी-कुबेर पूजा का समय

▫️ *_धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।_*
▫️ *_खरीदारी के लिए पूरा दिन शुभ है।_*
▫️ *_धनतेरस का पर्व बहुत शुभ माना जाता है।_*
▫️ *_यह भगवान कुबेर को समर्पित है।_*
▫️ *_इस दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जााता है।_*

👉🏼 दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन को अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा के लिए समर्पित होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन किए गए धार्मिक कर्म, पूजा और खरीदारी विशेष रूप से फलदायी माने जाते हैं। धनतेरस के दिन घर की सफाई करना, दीप जलाना और लक्ष्मी माता की पूजा करना बहुत शुभ होता है। इसके अलावा, सोना, चांदी, बर्तन और अन्य धातु की वस्तुएं खरीदना भी परंपरा के अनुसार समृद्धि, सुख-शांति और परिवार में सौभाग्य को बढ़ाने वाला माना जाता है।_

💵 *_धनतेरस पर खरीदारी के शुभ समय:_*

* *_इस साल धनतेरस पर खरीदारी करने के लिए 18 घंटे 6 मिनट का शुभ मुहूर्त है। धनतरेस पर दोपहर में 12:18 बजे से 19 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 24 मिनट तक खरीदारी कर सकते हैं।_*

💮 *_धनतेरस पर खरीदारी करने के शुभ चौघड़िया मुहूर्त_*

* *_सामान्य मुहूर्त: दोपहर 12:06 बजे से 1:32 बजे तक_*
* *_लाभ-अनुकूल मुहूर्त: दोपहर 1:32 बजे से 2:57 बजे तक_*
* *_अमृत-अनुकूल मुहूर्त: दोपहर 2:57 बजे से शाम 4:23 बजे तक_*
* *_लाभ-अनुकूल मुहूर्त: शाम 5:48 बजे से 7:23 बजे तक_*
* *_शुभ-अनुकूल मुहूर्त: रात्रि 8:57 बजे से 10:32 बजे तक_*
* *_अमृत-अनुकूल मुहूर्त: रात्रि 10:32 बजे से 12:06 बजे तक_*
* *_सामान्य शुभ समय: रात्रि 12:06 बजे से 1:41 बजे तक&*
* *_लाभ-अनुकूल मुहूर्त: 19 अक्टूबर, रविवार, सुबह 4:50 बजे से 6:24 बजे तक_*

💰 *_सोने-चांदी की खरीददारी का शुभ मुहूर्त_*

*_धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदना के लिए सबसे अच्छा समय अमृत काल माना जा रहा है, जो सुबह 08 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इस दौरान सोना-चांदी खरीदने से धन में अपार वृद्धि होती है।_*

✡️ *_पूजन मुहूर्त_*

*_धनतेरस के दिन पूजन के लिए शुभ मुहूर्त प्रदोष काल यानी 07 बजकर 16 मिनट से लेकर 08 बजकर 20 मिनट तक है। इस दौरान आप भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।_*

*_धनतेरस पर कौन-से बर्तन खरीदना है शुभ_*

*_धनतेरस के दिन पीतल, तांबे और कांसे के बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना गया है। इन धातुओं से बने बर्तन घर में सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं और धन वृद्धि का योग बनाते हैं। अगर आप सोना या चांदी खरीदने में असमर्थ हैं, तो पीतल का बर्तन खरीदना भी फलदायी माना गया है।_*

🙇🏻 *_धनतेरस पूजा विधि:_*

* *_घर की सफाई और सजावट: घर की सफाई करें और उसे दीपों, रंग-बिरंगे फूलों और रंगोली से सजाएं।_*
* *_दीप जलाना: घर के हर कोने में दीपक लगाएं, खासकर मुख्य द्वार पर ताकि लक्ष्मी माता का स्वागत हो सके।_*
* *_मंत्र जाप: “ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें।_*
* *_धन्वंतरि पूजा: भगवान धन्वंतरि की पूजा करें, जो आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं। उनके चित्र या मूर्ति के सामने दीपक रखें और उनका पूजन करें।_*
* *_कुबेर और लक्ष्मी पूजा: भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करें, उनके चित्र के सामने दीपक रखें और मिठाई अर्पित करें।_*
* *_यम दीपम: रात को 13 दीपकों को दक्षिण दिशा में रखें, यह यमराज को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।_*

🤷🏻‍♀️ *_ऐसे करें भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न_*

*_धनतेरस के दिन प्रदोष काल में धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें। आरोग्य की उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में धनवंतरि की आराधना करने से उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। दीपोत्सव के इन पांच दिनों में प्रथम पूज्य गणेशजी के साथ ही धनाधिपति कुबेर और देवी लक्ष्मी की पूजा का विधान भी है। दीपक रखने से पूर्व खील या चावल रखकर उसके ऊपर दीपक जलाएं। अब एक कलश में शुद्ध जल लेकर सभी देवताओं को आचमन कराएं और फिर रोली, कुमकुम, हल्दी, गंध, अक्षत, पान, पुष्प, नैवेद्य या मिष्ठान, फल, दक्षिणा आदि उन्हें अर्पित कर प्रणाम करें और अपने रोगों के नाश की कामना करें।_*
*_परिवार में दीर्घायु और आरोग्यता बनी रहे इसके लिए पूजा के दौरान ‘ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः’ मंत्र का उच्चारण करते रहें। आयुर्वेद के अनुसार भी धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति स्वस्थ शरीर और दीर्घायु से ही संभव है। शास्त्र भी कहते हैं कि ‘शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्’ अर्थात-धर्म का साधन भी निरोगी शरीर ही है, तभी आरोग्य रुपी धन के लिए ही भगवान धन्वंतरि की पूजा आराधना की जाती है। माना जाता है कि इस दिन धन्वंतरि की पूजा मनुष्य को वर्षपर्यंत निरोगी रखती है।_*

👉🏼 धनतेरस का महत्व

* *_धनतेरस का महत्व केवल धन की प्राप्ति तक सीमित नहीं है बल्कि इसका गहरा संबंध आरोग्य और दीर्घायु से भी है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे और उन्हें आयुर्वेद और चिकित्सा का देवता माना जाता है। इसलिए इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करके लोग अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु का आशीर्वाद पाते हैं।_*
* *_इसी प्रकार, धनतेरस पर माँ लक्ष्मी की पूजा करके धन-धान्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। दीपदान का विशेष महत्व है क्योंकि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यही वजह है कि हर साल लोग उत्साह के साथ यह पर्व मनाते हैं और घर को दीपों से सजाते हैं।_*
* *_धनतेरस केवल खरीदारी का दिन नहीं है बल्कि यह हमारे जीवन में धन, स्वास्थ्य और खुशहाली का प्रतीक है। इस अवसर पर शुभ मुहूर्त में पूजन और दीपदान करके माँ लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।_*

🖌 *_””पत्रकार रोहित कुमार चौहान ””_*
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Tej kumar Sahu
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