बनेकेला में त्रिदिवसीय रामायण कथा का आयोजन जिसमें छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध कथा वाचिक किशोरी राजकुमारी तिवारी द्वारा राम कथा का किया गया वर्णन….
रायगढ़ लैलूंगा ग्राम बनेकेला त्रिदिवसीय रामायण कार्यक्रम में प्रथम दिवस पर छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध कथा वाचिका किशोरी राजकुमारी तिवारी शास्त्री जी द्वारा ग्राम बनेकेला में आयोजित त्रिदिवसीय रामायण कार्यक्रम में बालकाण्ड प्रसंग पर कथा प्रवचन की जिसमें सती चरित्र भोलेनाथ जी कथा राम कथा
भगवान राम के बाल्यकाल की घटनाओं के दौरान सतीजी के एक प्रसंग को दर्शाता है, जिसमें उन्होंने शिव की आज्ञा का उल्लंघन करके राम की माया को जानने की कोशिश की। भगवान राम के ऐश्वर्य को देखकर सतीजी को अपनी त्रुटि का अहसास हुआ और वह घबराकर शिवजी के पास वापस चली गईं।
राम को पहचानने की कोशिश: जब शिवजी ने सती को राम को देखने भेजा, तब सतीजी ने राम को नहीं पहचाना और उन पर माया का प्रयोग किया।
राम का ऐश्वर्य: भगवान राम के प्रभाव और ऐश्वर्य को देखकर सतीजी को अपनी भूल का अहसास हुआ, क्योंकि वह जानती थीं कि सर्वज्ञ भगवान श्री राम से कुछ भी छिपा नहीं रह सकता।
वापसी: श्री राम के कोमल और गूढ़ वचनों को सुनकर सतीजी को बहुत संकोच हुआ। वह डरी हुई और चिंताग्रस्त होकर शिवजी के पास लौट गईं।
शिव का विषाद: शिवजी ने जब सतीजी को सीता का वेष धारण किए हुए देखा, तो उन्हें बहुत दुःख हुआ।
शिव-सती संवाद: सतीजी के इस कृत्य से शिवजी के मन में यह चिंता उत्पन्न हुई कि यदि वे प्रेम से सती को मनाते हैं, तो उनका भक्ति मार्ग भी अनैतिक हो सकता है। ग्रामवासियों को श्रवण कराई व सुंदर भजन संकिर्तन प्रस्तुत कर श्रोता भक्त गण भावविभोर हुए!!
ग्राम के प्रमुख पटेल सरपंच,पंचगण वरिष्ठ ग्रामवासी माताए बहनें व श्रद्धालु जन सभी बड़ी संख्या में मौजूद रहे उन्होंने बड़े ही सादगी से रामायण कथा को मंत्रमुग्ध होकर सुना ।
बनेकेला में त्रिदिवसीय रामायण कथा का आयोजन जिसमें छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध कथा वाचिक किशोरी राजकुमारी तिवारी द्वारा राम कथा का किया गया वर्णन….
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