झगरपुर में खुशियों की बरसात – स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में 66 साइकिलों का धमाकेदार वितरण, बच्चों में जश्न का माहौल



लैलूंगा से तेज साहू की रिपोर्ट
लैलूंगा/झगरपुर ग्राम पंचायत झगरपुर में मंगलवार का दिन विद्यार्थियों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं रहा। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय में प्रदेश सरकार की छात्रहित योजनाओं के तहत 66 साइकिलों का विशाल वितरण अभियान धूमधाम से पूरा किया गया। कार्यक्रम की भव्यता और बच्चों के चेहरों पर खुशी देखने लायक थी।
कार्यक्रम में लैलूंगा क्षेत्र के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों तथा भाजपा पदाधिकारियों की विशेष उपस्थिति रही। लैलूंगा मंडल अध्यक्ष मनोज सतपति, जिला पंचायत सदस्य शांता भगत, भाजपा मंडल महामंत्री पूनम कौशिक, भाजपा मंडल महामंत्री नरेश निषाद, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष थबिरो यादव, तथा युवा जनप्रतिनिधि आशीष मित्तल ने संयुक्त रूप से विद्यार्थियों को साइकिल वितरित की। वहीं विद्यालय प्रबंधन, शिक्षकवृंद एवं ग्राम झगरपुर के गड़मान्य नागरिकों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साइकिल वितरण के दौरान मंच से जनप्रतिनिधियों ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि शिक्षा ही भविष्य बदलने का सबसे सशक्त साधन है, और सरकार विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार योजनाएँ लागू कर रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को न सिर्फ नियमित रूप से विद्यालय आने बल्कि शिक्षा के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की प्रेरणा भी दी।
साइकिल प्राप्त करते ही विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे। कई बच्चों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब उन्हें स्कूल आने-जाने में सुविधा मिलेगी, समय बचेगा और पढ़ाई में और बेहतर ध्यान दे सकेंगे। गांव के अभिभावकों ने भी इस पहल की सराहना की और इसे बच्चों के भविष्य के लिए अत्यंत लाभदायक बताया।
छात्र-छात्राओं ने मंच पर आकर जनप्रतिनिधियों और सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह साइकिल उनके जीवन में नई ऊर्जा और नई उम्मीद लेकर आई है। विद्यालय प्रबंधन ने भी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसी योजनाएँ ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को नई उड़ान देती हैं।
कार्यक्रम के दौरान पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट और खुशियों से सराबोर रहा। 66 साइकिलों का यह ऐतिहासिक वितरण झगरपुर में शिक्षा को नई दिशा देने वाला साबित होगा। यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए सौगात रहा, बल्कि पूरे ग्राम झगरपुर के लिए गर्व का क्षण बन गया।






